प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 1 अप्रैल को प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए बड़ा आदेश जारी किया था। इसके बाद जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना का
निजी स्कूलों की मनमानी पर चाबुक चला है। कलेक्टर ने न सिर्फ 11 स्कूलों के खिलाफ FIR दर्ज कराइ है बल्कि स्कूल के 20 लोगो को जेल भी भेजा है। कलेक्टर की इस कार्रवाई पर अब हर जगह उनकी चर्चा होने लगी है। कलेक्टर ने ये पूरी कार्रवाई अभिभावकों से मिल रही शिकायत के आधार पर की है. अभिभावकों ने शिकायत में बताया कि कई निजी स्कूल उन पर उनकी बताई हुई दुकानों पर मिलने वाली यूनिफॉर्म, किताब, स्टेशनरी खरीदने का दबाव बना रहे थे. अभिभावकों ने ये भी बताया कि स्कूलों द्वारा बताई दुकानों पर कीमत भी काफी ज्यादा है. इन शिकायतों जब कलेक्टर ने जांच करवाई, और जांच सही पाए जाने पर कुल 11 स्कूलों पर FIR दर्ज करने के निर्देश दे दिए गए। कलक्टर ने एक प्रेसवार्ता जिला प्रशासन ने जांच में पाया हैं कि अभी तक इन स्कूलों ने81 करोड़ 30 लाख रुपए 21000 बच्चों से ज्यादा फीस के तहत वसूल की है। लगभग 1037 निजी स्कूल में जांच की गई तो 240 करोड रुपए की अतिरिक्त फीस वसूली गई हैं। कलेक्टर ने बताया कि स्कूलों ने र किताबों में लगभग 4 करोड़ से ज्यादा का कमीशन खाया है ।