मध्यप्रदेश में सोमवार से एमपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो रही है। परीक्षा में पेपर लीक और नकल की शिकायत रोकने के लिए बोर्ड ने पहले ही कदम उठा लिया है। इसी कड़ी में पेपर लीक और नकल रोकने के लिये बोर्ड ने इस बार कई बदलाव किए हैं। प्रश्नपत्र का पैकेट परीक्षा केन्द्र में ही खोला जाएगा। माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं की परीक्षा में 9 लाख 93 स्टूडेंट्स शामिल होंगे। वहीं 7 लाख 14 हजार स्टूडेंट्स 12वीं की परीक्षा में बैठेंगे।
परीक्षा कंट्रोल रूम में इस साल लोक शिक्षण संचालनालय के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। पेपर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम में भी बदलाव किया गया है। इस बार परीक्षा केंद्राध्यक्ष भी अपने पास मोबाइल नहीं रख सकेंगे। प्रश्न पत्र को थाने से परीक्षा केन्द्र और परीक्षा कक्षों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिये कलेक्टर के प्रतिनिधि रहेंगे। इसी तरह परीक्षा कक्षों तक पेपर पहुंचने की पूरी प्रक्रिया को एप के माध्यम से भी मॉनिटर की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड का टोल फ्री नम्बर- 1800-2330175 सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक संचालित रहेगा। टोल फ्री नंबर पर बच्चे परीक्षा में तनाव रहित रहने के उपाय के साथ अन्य उपयोगी जानकारी भी ले सकते हैं। एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा सोमवार से और 12वीं की 6 फरवरी से शुरू होगी।
केंद्राध्यक्ष नहीं रख सकेंगे मोबाइल
परीक्षा केंद्र के अंदर कलेक्टर प्रतिनिधि को छोड़ कर किसी को भी मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी। केंद्राध्यक्ष, भी अपने पास मोबाइल नहीं रख सकेंगे। यदि किसी के पास मोबाइल मिला तो 10 साल तक की सजा होगी। यदि किसी के पास मोबाइल पाया गया तो परीक्षा अधिनियम 1973 के तहत उसे 10 साल की सजा होगी और मंडल के परीक्षा कार्य से उन्हें बाहर किया जाएगा। मोबाइल रखने के लिए परीक्षा केंद्र के बाहर व्यवस्था रहेगी। इस पर परीक्षा की जानकारी के लिए लैंडलाइन फोन के उपयोग के साथ-साथ पोर्टल तैयार किया गया है।
मंडल और जिला पर बनेंगे कंट्रोल रूम
माध्यमिक शिक्षा मंडल में कंट्रोल रूम से पूरे राज्य में निगरानी की जाएगी। जिला स्तर पर कलेक्टर भी मॉनीटरिंग केंद्र बनाएंगे। यहां से प्रश्न पत्र के परिवहन से लेकर परीक्षा की मॉनीटरिंग की जाएगी। थाने से परीक्षा केंद्र तक पेपर कलेक्टर प्रतिनिधि पहुंचाएंगे। वहीं, परीक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की सूचना जिला स्तर और मंडल स्तर पर बने कंट्रोल रूम को तुरंत सूचना मिल सकेगी।