खबर

शहर का दम घोंट रहा प्रदूषण ( pollution)-अफसर दफ्तरों से बाहर ही नहीं निकल रहे

शहर में प्रदूषण का स्तर कम होने का ( pollution) नाम नहीं ले रहा है। हालात यह है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स 270 पार बना हुआ है। प्रदूषण की रोकथाम के लिए कई बार अफसरों को निर्देश दिया गया है। इसके बावजूद अफसर अपने दफ्तरों से बाहर नहीं निकले। प्रदूषण की रोकथाम के लिए जमीनी स्तर पर कोई काम शुरू नहीं हो सका, केवल कागजों में प्रदूषण की रोकथाम के उपाय चल रहे हैं। ऐसे में भला प्रदूषण कम कैसे होगा। इससे अफसरों को कोई मतलब नहीं, क्योंकि उन्हें आमजन की फिक्र नहीं है। यही कारण है कि शहर में वायु प्रदूषण बढ़ा हुआ है, जिसमें सांस लेना मुश्किल हो रहा है।
शहर में वायु प्रदूषण का स्तर घातक है। जबकि 101 से लेकर 200 के बीच का एक्यूआई मध्यम माना जाता है। उधर, 201 से 300 के बीच का एक्यूआई खराब माना जाता है। ऐसे ही 301 से लेकर 400 के बीच का एक्यूआई बहुत ही ज्यादा खराब होता है। 401 से लेकर 500 के बीच का एक्यूआइ लेवल गंभीर माना जाता है। शहर में प्रदूषण का स्तर 400 के आसपास पहुंच रहा है जो अति गंभीर श्रेणी में आता है। चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे मौसम में मास्क लगाकर निकलें, क्योंकि अस्थमा रोगियों को सांस संबंधी बीमारी और भी अधिक बढ़ जाती है। जिन रोगियों में यह बीमारी दबी हुई होती है वह उखड़ जाती है, इसलिए सावधानी रखें।
खोदी गई सडक़ों से और खराब हुए हालात
शहर में धूल का कारण भी लगभग वही है जो धुआं के हैं। शहर में खुदी पड़ी सडक़ों से गुजरने वाले वाहन धूल का गुबार पैदा करते हैं। इसी तरह से खुले में चल रहा निर्माण कार्य, जगह जगह चल रही खुदाई से हवा में धूल के कण शामिल हो रहे हैं। शहर के आसपास चलने वाले ईंट भट्टे, खदानें और क्रेसर आदि से उठती धूल हवा को दूषित कर रही है। जिसमें सांस लेकर लोगों की सांसें फूल रही हैं, लेकिन इस पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और शहरी सीमा में नगर निगम आंख पर पट्टी बांधकर बैठा हुआ है। शहर में धुआं से आसमान काला होने लगा है, लेकिन इस पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नजर तक नहीं डाल रहा। हालात यह हैं कि शहर के हजीरा क्षेत्र में चल रहे ईंट-भट्टे धुआं उगल रहे हैं। इसी तरह से बिलौआ में चल रहे क्रेसर से निकलने वाला धूल और धुआं आसमान को काला बना रहा है, लेकिन इस पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का ध्यान तक नहीं है, क्योंकि अफसरों को शहरवासियों की फिक्र नहीं है।
read more

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button