पिछले 17 साल से अटकी केन-बेतवा लिंक परियोजना का काम जल्द शुरू हो जाएगा। इससे नॉन मानसून सीजन (नंवबर से अप्रैल के बीच) में मध्यप्रदेश को 1834 मिलियन क्यूबिक मीटर व यूपी को 750 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी मिलेगा। इस योजना से सागर-विदिशा समेत एमपी के 8 जिलों को पानी पहुंचाना है। परियोजना को 6 साल (72 महीने) में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 44 हजार करोड़ की परियोजना के तहत बनने वाले डैम और टनल के टेंडर जारी हो गए हैं।
गौरतलब है कि विश्व जल दिवस के अवसर पर 8 मार्च 2022 को पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में केन-बेतवा लिंक परियोजना के लिए (एमओए) मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए थे। बताया जा रहा है कि अब जल्द ही केन बेतवा लिंक परियोजना का भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। केन बेतवा लिंक परियोजना अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय मानकों के हिसाब से बनेगी। वर्तमान में ईपीसी कॉन्टैक्ट है जिसमें डैम और टर्नल के टेंडर जारी हो चुके हैं। टेंडर में तकरीबन 12 एजेंसियो ने हिस्सा लिया है। जिसमें एलएनटी, अडाणी ग्रुप से लेकर देश की बड़ी-बड़ी कंपनियां शामिल हंै। परियोजना के कार्य को शुरू किए जाने के लिए जो टेंडर निकाला गया है उसकी लागत 5 हजार करोड़ है। टेंडर को खोले जाने के लिए 1 फरवरी को मीटिंग भी हो चुकी है। टेंडर 5 मार्च को खुलेगा।
कैनाल के टेंडर भी होंगे जल्द
जानकारी के अनुसार 10 से 11 हजार करोड़ रुपए से कैनाल का निर्माण भी किया जाएगा। कैनाल के कार्य को मूर्त रूप दिए जाने की प्रक्रिया की भी शुरुआत केन बेतवा लिंक परियोजना प्राधिकरण ने कर दी है। कैनाल के टेंडर भी जल्द होंगे। केन बेतवा लिंक परियोजना के अंतर्गत डैम एवं टर्नल की हाइट 15 मीटर की होगी। ज्यादा हाइट होने की वजह से कार्य करने का मौका ज्यादा से ज्यादा एजेंसी को मिल सकेगा। कार्य की लागत भी काम हो जाएगी।
डीपीआर में 2-3 साल का समय
अधिकारियों का कहना है कि केन बेतवा लिंक परियोजना की डीपीआर तैयार किए जाने की प्रक्रिया में तकरीबन 2 से 3 साल का समय लग सकता है। प्रदेश सरकार को डीपीआर तैयार करवाने में कई तरह की टेक्निकल परेशानी आ सकती है। क्योंकि परियोजना बड़ी है इसलिए राज्य और केंद्र सरकार दोनों मिलकर निर्णय लेंगे की डीपीआर किस एजेंसी से और कहां से बनवाया जाना उचित है।
इनका कहना है
टेंडर हो चुके हैं जल्द ही खुलेंगे। टेंडर से संबंधित जो समस्या एजेंसियो को थी वह दूर कर दी गई है। योजना जल्द मूर्त रूप लेगी।
प्रशस्त कुमार दीक्षित
मुख्य कार्यपालन अधिकारी
केन बेतवा लिंक परियोजना प्राधिकरण, भोपाल