मध्य प्रदेश के 64 हजार 523 मतदान केंद्रों में से भाजपा जिन 17 हजार मतदान केंद्रों पर पिछले चुनावों में कमजोर रही है, उन बूथों को मजबूत करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। 10 दिन तक बूथ विजय अभियान चलाकर प्रत्येक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने के लक्ष्य को लेकर मुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सांसद, विधायक और पार्टी के अन्य पदाधिकारी कार्यकर्ता पहुंचे एवं दो घंटे संवाद किया। जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 10 साल के कार्यकाल के अलावा पार्टी की रीति-नीति से अवगत कराया गया।
बूथ मजबूत करने के लिए पार्टी बूथ विस्तारक अभियान एक एवं दो, बूथ के नेतृत्व का प्रशिक्षण, बूथ विजय संकल्प अभियान, शक्ति सम्मेलन से लेकर बूथ स्तर पर होने वाले विभिन्न कार्यक्रम और अभियान भी चला चलाया है। इस दौरान भाजपा की जनसंघ कालीन परंपरा को चलाते हुए घर-घर संपर्क, पर्ची वितरण और मतदान के दिन प्रात: परिवार सहित वोट करने के लिए कार्यकर्ता एवं समर्थक परिवार जागरण अभियान को लेकर भी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में चर्चा की गई। पार्टी ने गांव-गांव भी संपर्क बढ़ाया है।
बूथ सशक्तिकरण पर फोकस
मध्य प्रदेश के कार्यकर्ताओं द्वारा कुशाभाऊ ठाकरे की जन्म शताब्दी वर्ष से लगातार दो वर्षो से संगठन के विस्तार और पार्टी के जनाधार वृद्धि के लिए भाजपा बूथ सशक्तिकरण पर कार्य कर रही है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में 13 मार्च से 22 मार्च तक बूथ विजय अभियान चलाया। भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में 10 प्रतिशत वोट वृद्धि के लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास करते हुए पार्टी के जनाधार में आठ प्रतिशत वृद्धि की है। साथ ही लगभग 61 प्रतिशत बूथों पर विजय प्राप्त की। अब लोकसभा चुनाव में 17 हजार उन बूथों पर भी भाजपा मजबूत पकड़ बनाने में जुटी है जहां उसे पिछले चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
कार्यों का लेखा जोखा भी तैयार
बूथ पर किए गए कार्यक्रमों की रिपोर्टिंग प्रवासी कार्यकर्ता संगठन एप पर रीयल टाइम की गई। इस अभियान में प्रत्येक कार्यकर्ता के कार्य का लेखा-जोखा रखा गया। वहीं जिलों में निवासरत सभी वर्तमान और पूर्व जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी, वरिष्ठ नेता समेत सभी कार्यकर्ताओं से बात कर उनके बूथ तय किए गए। भाजपा के हर स्तर के पदाधिकारी, मोर्चा, प्रकोष्ठ की इकाइयों की इस अभियान में भागीदारी थी।