विधानसभा चुनाव जीतने के बाद भाजपा (bjp) का अब पूरा फोकस लोकसभा चुनाव पर है। 2019 के चुनाव में प्रदेश की 28 लोकसभा सीटें जीतने वाली भाजपा इस बार सभी 29 सीटें जीतने की रणनीति पर काम कर रही है। मिशन 2024 को फतह करने के लिए पार्टी ने जो रणनीति बनाई है उसके तहत भाजपा अपनी डबल इंजन की सरकार में संचालित हितग्राहीमूलक योजनाओं के लाभार्थियों को साधेगी। इसके लिए पार्टी ने सांसदों, विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदारी देगी।
दरअसल, प्रदेश में लाड़ली बहना योजना, प्रधानमंत्री उज्जवला, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान योजना, संबल सहित अन्य योजनाओं में करोड़ों हितग्राही लाभांवित हुए हैं। इन सभी को पार्टी ने सूचीबद्ध किया है और सांसदों, विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों को दायित्व सौंपा गया है कि वे अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले लाभार्थियों से संवाद और संपर्क करें। विधानसभा चुनाव की तरह भाजपा का लोकसभा चुनाव में भी वोट प्रतिशत बढ़ाने पर फोकस है। इसके लिए सभी वर्गों को साधने के जतन किए जा रहे हैं। साथ ही केंद्र प्रायोजित योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक पहुंचे, यह सुनिश्चित की जाए। इसके लिए बड़े लेवल अभियान चलाया जा। साथ ही विकसित भारत संकल्प यात्रा में भी सहभागी बने और लोगों तक अपनी बात पहुंचाएं। साथ ही योजना का लाभ ले रहे लोगों से संवाद स्थापित करें और उनसे बात की जाए। पीएम मोदी की गारंटी की गाड़ी घर जगह पहुंचे। भाजपा की बैठक में यह भी रणनीति बनाई गई है कि हम कांग्रेस नेताओं के जो राम मंदिर को लेकर बयान आ रहे हैं, उसके भुनाएं। कांग्रेस नेताओं के बयानों से जनता दुखी है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जाने से कांग्रेस के बड़े नेता मना कर रहे हैं। भाजपा की कोशिश है कि इसे लेकर अलग नैरेटिव गढ़ें।
हितग्राहियों से सीधे संपर्क की योजना
भाजपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने मिशन-2024 की तैयारी के लिए केंद्र की योजनाओं के हितग्राहियों से सीधे संपर्क की योजना बनाई है। प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला योजना, मुद्रा योजना सहित अन्य योजनाओं के हितग्राहियों की लोकसभावार सूची के आधार पर क्षेत्र के सांसद-विधायक और निकाय, जनपद व जिला पंचायत के सदस्य सहित सभी जनप्रतिनिधि इनसे प्रत्यक्ष संपर्क साधेंगे। पार्टी की तैयारी यह भी है कि इन हितग्राहियों को ही बूथ स्तर पर तैनात किया जाए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी नमो एप के जरिये हितग्राहियों से बात कर सकते हैं। हर लोकसभा क्षेत्र में एक लोकसभा चुनाव प्रभारी संगठन की ओर से तैनात किया जाएगा। इसके अलावा भाजपा सरकार के एक मंत्री को भी लोकसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। पार्टी नेताओं के मुताबिक पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम अनुकूल आने से कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है, लेकिन अब इस जीत की खुमारी से निकलकर लोकसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित करनी है।
संगठन और सत्ता दोनों को जिम्मेदारी
मार्च में आचार संहिता लगने की संभावना है। इसे देखते हुए भाजपा की कोशिश है कि चुनाव प्रबंधन से जुड़ी तैयारियां जल्द शुरू कर मार्च से पहले पूरी कर ली जाएं। इसके अलावा पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले चलाए जाने वाले अभियान भी इसी महीने शुरू करने के प्रयास में है। हर लोकसभा सीट पर संगठन की ओर से एक नेता और एक मंत्री को चुनाव प्रभारी बनाया जाएगा। पार्टी ने लोकसभा चुनाव की तैयारी के हिसाब से केंद्र की योजनाओं के हितग्राहियों की सूची बनाने का काम लगभग पूरा कर लिया है।सूत्रों के ही मुताबिक मार्च 2024 में लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने की संभावना है। पार्टी इससे पहले मतदाताओं के लिए कुछ बड़ी घोषणाएं कर सकती है। भाजपा के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल का कहना है कि मध्य प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन सरकार के लाभार्थी बड़ी संख्या में है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शत प्रतिशत पात्र नागरिकों को योजनाओं का लाभ सुनिश्चित हो, इसका प्रयास विकसित भारत संकल्प यात्रा के माध्यम से भी हुआ है। हम सामूहिक तौर पर सम्मेलन और घर-घर संपर्क की तैयारी कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव में लाभार्थियों ने बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद दिया है। लोकसभा चुनाव में भी उनका आशीर्वाद प्रधानमंत्री मोदी के लिए प्राप्त होगा।
छिंदवाड़ा पर भी कब्जा जमाने की तैयारी
मप्र की 29 में से सिर्फ छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर ही कांग्रेस का कब्जा है। यहां से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद हैं। भाजपा ने रणनीति बनाने के बाद दावा किया है कि हम इस बार छिंदवाड़ा भी जीतेंगे। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के गढ़ छिंदवाड़ा सीट पर जीत हासिल करने के लिए पार्टी ने पहले से ही दिग्गज नेताओं को तैनात कर रखा है। गृह मंत्री अमित शाह की टीम इन क्षेत्रों पर लगातार नजर रख रही है। टीम कई बार क्षेत्र का दौरा भी कर चुकी है। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी को इस बार सबसे अधिक वोट मिले हैं। विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा को 48 फीसदी से अधिक वोट मिले हैं। लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी ने तीन फीसदी अधिक वोट हासिल करने का लक्ष्य रखा है। लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने 51 फीसदी वोट हासिल करने की रणनीति बनाई है। इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राम मंदिर को भुनाने के लिए मेगा अभियान चला रही है। इसके लिए प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर मेगा इवेंट किया जा रहा है। साथ ही हर घर में जाकर लोगों को अक्षत देकर अयोध्या आने का न्यौता दिया जा रहा है। भाजपा की कोशिश है कि इस अभियान को नागरिकों के दरवाजे तक पहुंचाना है। पूरे देश में उस दिन उत्सव जैसा माहौल होना चाहिए। वहीं, मध्य प्रदेश में पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ की तरह उस दिन छुट्टी घोषित हो सकती है।
One Comment