मध्य प्रदेश

सरकारी अस्पतालों ( government hospital ) में लगेगी एक जैसी सूचना पट्टिका -राज्य सरकार ने सुझाव के लिए बनाई चिकित्सकों की समिति

प्रदेश के सरकारी अस्पतालों ( government hospital)में प्रवेश करने के बाद मरीजों को ओपीडी, पैथोलाजी, दवा काउंटर, कार्यालय एवं अन्य विभागों तक पहुंचने के लिए कई जगह पूछताछ करना पड़ता है। कई अस्पतालों के बड़े परिसर में भुल-भुलैया जैसी स्थिति है। उचित दिशा-निर्देशक चिन्हों की कमी से मरीज भटक जाते है। उन्हें परेशान होता पड़ता है। इस समस्या से निपटने के लिए राज्य सरकार ने कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया है।
समिति गठित पट्टिका तय करने का जिम्मा सौंपा
स्वास्थ्य विभाग ने एक समिति गठित करके उसे मरीजों के लिए सुविधाजनक सूचना पट्टिका तय करने का जिम्मा सौंपा है। यह समिति सरकारी अस्पतालों के लिए एक जैसी सूचना पट्टिका/बोर्ड का प्रारूप तय करेगी। बोर्ड में उन सूचनाओं को समाहित करने का सुझाव भी देगी, जो मरीजों को अस्पताल में प्रवेश के बाद समस्त विभागों तक पहुंचाने में सहायक हो। मरीज बिना किसी पूछताछ/परेशानी के अपनी जरुरत से संबंधित विभाग तक पहुंच सकें।
अस्पताल के बाहर और भीतर ये जानकारी होनी चाहिए:
1. अस्पताल के मुख्य बोर्ड का आकार और रंग।
2. बोर्ड पर अंकित अक्षरों की शैली, आकार और रंग।
3. आंतरिक विभागों की सूचना पट्टिकाओं का आकार और रंग।
4. सूचना पट्टिकाओं के अक्षरों की शैली, आकार और रंग।
5. विभागों की पट्टिका में नाम के अलावा आवश्यक जानकारी।
6. दिशा-निर्देशन से संबंधित चिह्नों का आकार और रंग।
7. अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी का प्रारूप।
8. जानकारी देने वाले बोर्ड का आकार, प्रकार और रंग।
9. सूचना पट्टिका और बोर्ड को लगाने का उपयुक्त स्थान।
10. दृश्यता के लिए बोर्ड लगाने की सही ऊंचाई।
वार्ड नंबर दर्शाने वाले बोर्ड की एकरुपता।
सूचना के साथ निर्देश भी होंगे
सरकारी अस्पतालों में सूचना पट्टिका होने पर भी कई जगहों पर उचित दिशा-निर्देश दर्ज नहीं होते हैं। इसको लेकर भी यह समिति प्रारुप तय करेगी। ओपीडी, आइसीयू, ऑपरेशन थिएटर जैसी जगहों पर आतंगतुकों के लिए आवश्यक सावधानी संबंधी निर्देश की भाषा तय करेगी। जैसे आइसीयू/एचडीयू के बाहर लिखा होता है कि जूते-चप्पत पहनकर प्रवेश ना करें। ऐसे ही अन्य निर्देशों के प्रारुप का खाका तैयार करेगी। यह निर्देश आसानी से पढ़ें एवं समझे जा सकें, इसका ध्यान रखा जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग की समिति में प्रदेशभर के चिकित्सक और विशेषज्ञ शामिल हैं, जिनकी संख्या 10 से अधिक है। ये सदस्य मिलकर रायशुमारी करेंगे और मरीजों एवं उनके परिजनों के लिए उपयोगी एवं सुविधाजनक सूचना पट्टिकाओं और बोर्डों का प्रारुप तैयार करेंगे। समिति के प्रस्ताव पर आधारित शासन जल्द ही अस्पतालों के सूचना निर्देशन पटलों में परिवर्तन करेगी। जिला अस्पतालों से लेकर उप स्वास्थ्य केंद्रों तक सूचना पटलों में एकरूपता लाई जाएगी।

शासन का उद्देश्य है कि सभी सरकारी अस्पतालों में एक जैसे और उचित जानकारी वाले बोर्ड हों, ताकि मरीज और उनके परिजन आसानी से जानकारी पढ़ और समझ सकें और बिना किसी परेशानी के विभाग तक पहुंच सकें। इस उद्देश्य के लिए गठित समिति बैठक करके शीघ्र ही प्रारुप तैयार कर शासन को सौंपेगी।

 

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