विधानसभा चुनाव ( vidhansabha chunav)परिणामों के आधार पर कांग्रेस ( congress)अब लोकसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति तैयार कर रही है, जिसमें सात लोकसभा सीटों ने पार्टी की आशाएं जगाई हैं। भोपाल से यह खबर आई है कि विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए जोर-शोर से काम कर रही है। इसके लिए वे विधानसभा चुनाव के परिणामों के आधार पर रणनीति बना रहे हैं। विधानसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन 10 लोकसभा क्षेत्रों की विधानसभा सीटों पर अच्छा नहीं रहा। इनमें से सात लोकसभा सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।
विधानसभा चुनाव के बाद, भाजपा और कांग्रेस लोकसभा चुनाव में किसी भी तरह की चूक नहीं करना चाहते हैं। दोनों दल जमीनी स्तर पर मजबूती पर ध्यान दे रहे हैं।
िधानसभा चुनाव ने कांग्रेस में उम्मीद जगा दी है जबकि भाजपा संभावित खतरों को भांप चुकी है। राज्य के हालिया विधानसभा चुनावों में भाजपा को बड़ी बढ़त मिली थी। इस चुनाव में भाजपा ने 230 विधानसभा सीटों में से 163 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस को केवल 66 सीटों पर जीत मिली। हालांकि, इन सीटों को लोकसभा के नजरिए से देखें तो भाजपा की चिंताएं बढ़ सकती हैं। राज्य में 29 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से 2019 में 28 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी।
छिंदवाड़ा एक ऐसी लोकसभा सीट है जहां भाजपा एक भी विधानसभा सीट नहीं जीत सकी। इस क्षेत्र की विधानसभा सीटों के मतों की गणना से स्पष्ट होता है कि मुरैना, ग्वालियर, मंडला, भिंड, बालाघाट, छिंदवाड़ा, धार में भाजपा पिछड़ी है।