
विधानसभा चुनाव में भारी हार के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव ( loksabha chunav) की तैयारी में लग गई है। पार्टी ने फैसला किया है कि लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी का चयन तीन स्तरीय सर्वे के जरिए किया जाएगा। इस सर्वे में नाम आने पर ही टिकट देने पर विचार किया जाएगा। एक सर्वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा किया जा रहा है और दो सर्वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा। इनमें से एक सर्वे लोकसभा समन्वयकों द्वारा और दूसरा प्रभारी अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। 31 जनवरी तक यह कार्य पूरा कर रिपोर्ट अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को भेजी जाएगी, जिसके आधार पर प्रत्याशी चयनित किए जाएंगे।
प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से
पिछले चुनाव में कांग्रेस ने केवल एक सीट छिंदवाड़ा में जीत हासिल की थी, जहां से पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के पुत्र नकुल नाथ चुने गए थे। विधानसभा चुनाव परिणामों के आधार पर, 10 लोकसभा क्षेत्रों में कांग्रेस की स्थिति मजबूत रही है। इसे ध्यान में रखकर पार्टी अपनी रणनीति बना रही है।
सुनील कानूगोलू की टीम द्वारा किया जा रहा है सर्वे
प्रत्याशी चयन के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सुनील कानूगोलू की टीम से सर्वे करा रही है। पार्टी ने 29 लोकसभा क्षेत्रों के लिए समन्वयक नियुक्त किए हैं, जो संबंधित क्षेत्र के पार्टी पदाधिकारियों, विधायकों, पूर्व विधायकों, जिला पंचायत अध्यक्षों और अन्य मोर्चा-संगठनों के पदाधिकारियों से चर्चा करके दावेदारों में से एक नाम पर सहमति बनाएंगे। वहीं, लोकसभा प्रभारी भी अपने स्तर पर सर्वे करके नाम प्रस्ताव
ित करेंगे। इन सर्वे के परिणामों पर ही टिकट आवंटन के लिए विचार किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, जितेंद्र सिंह ने प्रत्येक सीट के लिए दो-तीन नामों के बजाय एक-एक नाम प्रस्तावित करने को कहा है, ताकि टिकट वितरण में किसी भी प्रकार की खींचतान की संभावना न रहे।
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