लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ( bjp)ने अबकी बार 400 पार का जो नारा दिया है उसे साकार करने के लिए पूरी पार्टी लक्ष्य बनाकर जुट गई है। इसके लिए लोकसभा क्षेत्रों को क्लस्टरों में बांटा गया है। मप्र की 29 लोकसभा सीटों को सात क्लस्टर में बांट कर वरिष्ठ नेताओं को उनका प्रभारी बनाया गया है। मप्र में पार्टी का लक्ष्य सभी सीटों का जीतने का है। इसके लिए अभी से तैयारी शुरू हो गई है। मप्र में लोकसभा की चुनावी तैयारी कैसी चल रही है और क्लस्टरों की परफॉर्मेंस कैसी है इसकी समीक्षा करने के लिए दिग्गज नेता फरवरी में मप्र का दौरा करेंगे। वहीं भाजपा के प्रदेश संगठन सभी 29 लोकसभा क्षेत्रों में प्रवास पर जाएंगे और अलग-अलग वगों के साथ बैठकें लेंगे। इसमें केंद्रीय नेतृत्व द्वारा सौंपे गए एजेंडे के क्रियान्वयन कराएंगे।
मध्य प्रदेश में लोकसभा की सभी 29 सीटों पर विजय प्राप्त करने के उद्देश्य से, भाजपा ने चुनावी अभियान में प्रवेश किया है। पार्टी ने राज्य की सभी 29 लोकसभा सीटों को क्लस्टर्स में विभाजित करके उनके लिए प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं।” इन सात क्लस्टरों में राष्ट्रीय नेताओं के दौरे फरवरी के पहले सप्ताह से आरंभ होंगे। भाजपा ने देशभर के लोकसभा क्षेत्रों को 146 क्लस्टरों में बांटा है। इसमें बड़े नेताओं को प्रभारी बनाया गया है। अब दूसरे चरण में राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षों को इन क्लस्टरों में बैठक करने भेजा जाएगा। ऐसे नेता अपने-अपने क्लस्टरों में बूथ स्तर की तैयारी, नए कार्यकर्ताओं को जोडऩे के अभियान, लाभार्थी संपर्क और लोकसभा चुनाव की प्रबंध कमेटियों के गठन का अवलोकन कर समीक्षा करेंगे। मध्य प्रदेश में भी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह, नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह के साथ कुछ केंद्रीय मंत्रियों को भेजा जाएगा।”इस बार, पार्टी ने भारत की सभी 543 लोकसभा सीटों को चार-चार या पांच-पांच सीटों के समूहों में विभाजित किया है। फरवरी के पहले सप्ताह से, इन समूहों की अलग-अलग बैठकें पार्टी हाईकमान द्वारा की जाएंगी। प्रत्येक समूह की स्थिति का बारीकी से समीक्षा की जाएगी और उसके अनुसार आगे की रणनीति तय की जाएगी।
“मध्य प्रदेश में लोकसभा की सभी 29 सीटों पर विजय प्राप्त करने के उद्देश्य से, भाजपा ने चुनावी अभियान में प्रवेश किया है। पार्टी ने राज्य की सभी 29 लोकसभा सीटों को क्लस्टर्स में विभाजित करके उनके लिए प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं।” बूथ स्तर पर नए नेताओं को सदस्यता दिलाना है। इंटरनेट मीडिया की टीम को सक्रिय किया जाएगा। पार्टी का अधिक से अधिक लोगों से जनसंपर्क के लिहाज से गांव चलो अभियान जनवरी-फरवरी में चलाया जाएगा। केंद्र सरकार की योजनाओं से लाभ लेने वालों लोगों के डेटा रिकॉर्ड पर संपर्क स्थापित करेंगे। भाजपा की ओर से आम चुनाव के लिए अपने नेताओं को जमीन पर काम करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि नेता सुनिश्चित करें कि हर गांव में भाजपा का झंडा लहराए। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर 24 जनवरी को, देशभर के पांच हजार स्थानों पर नए मतदाताओं के साथ युवा मोर्चा की महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित होंगी। इसका उद्देश्य कम से कम 7 लाख गांवों से एक नए कार्यकर्ता को जोड़ने का है, जिससे भाजपा के मतदाता आधार में वृद्धि की जा सके।”
हर मुद्दे का भुनाएगी भाजपा
“लोकसभा चुनाव के मद्देनजर, भाजपा प्रत्येक मुद्दे को अपने पक्ष में इस्तेमाल करेगी। लोकसभा क्षेत्रों में विशेष प्रबुद्ध सम्मेलनों का आयोजन होगा, और ग्रामीण इलाकों से प्राप्त जनता के फीडबैक के आधार पर पार्टी अपना घोषणा फरवरी में भाजपा के सभी सात मोर्चा के राष्ट्रीय सम्मेलन भी आयोजित होंगे। इसमें दो मोर्चों के राष्ट्रीय सम्मेलन मध्य प्रदेश में आयोजित किए जाएंगे। भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने प्रदेश संगठन से साफ कह दिया है कि वे विधानसभा चुनाव की जीत के कारण अति आत्मविश्वास में न रहें। इससे बाहर निकलें और अभी से मतदान केंद्र में भेजे जाने वाले एजेंट के नाम भी तय कर लिए जाएं। प्रदेश पदाधिकारियों से कहा गया है कि चुनाव प्रबंध समिति का गठन भी कर लिया जाए। जनवरी महीने में ही सभी सीटों पर चुनाव कार्यालय भी आरंभ कर लिए जाएं। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का कांग्रेस के शीर्ष नेताओं द्वारा बहिष्कार किए जाने को लेकर भाजपा कांग्रेस के खिलाफ घर-घर अभियान चलाएगी। भाजपा ने इसके लिए पोस्टर भी जारी किया है। कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वह रामसेतु को काल्पनिक बताने के निर्णय से लेकर अब तक के कांग्रेस के राम विरोधी कार्यों से आम लोगों को अवगत कराएं।
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