उज्जैन धार्मिक शहर के साथ औद्योगि शहर के रूप में भी जाना जाएगा। मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास की संभावनाएं को देखते हुए उज्जैन में 1 और 2 मार्च को आयोजित होने वाली रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 169 उद्योगपतियों को 6774 करोड़ की भूमि आवंटित की जाएगी। जिसके तहत कुल 8000 करोड़ से अधिक के कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास होगा। इससे 17 हजार से अधिक लोगों को रोजगार प्राप्त हो सकेगा। साथ हीए साथ प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र में भी भूमि पूजन के कार्यक्रम आयोजित होंगे।
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में अभी तक 662 बायर द्वारा और 2551 सेलर द्वारा रजिस्ट्रेशन कराया गया है। जो आगे तीन दिन तक जारी रहेगा। बायर और सैलर में प्रमुख रूप से फूड और एग्रो प्रोडक्ट्स,सर्विस सेक्टर, इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स, केमिकल एंड एलाइड प्रोडक्ट्स, टेक्सटाइल, प्लास्टिक, हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट, इलेक्ट्रिकल एजेम एंड ज्वेलरी,रियल एस्टेट, लेदर, स्पोट्र्स, फिश एंड मरीन प्रोडक्ट्स के सेक्टर शामिल है। देश में आईटी सेक्टर्स के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में यूएसए, फिजी,मंगोलिया के गवर्मेंट डेलीगेशन और जापान, जर्मनी के बिजनेस डिलेग्शन शामिल होंगे।
उद्योगपति को बाबा महाकाल का प्रसाद देंगे
प्रदेश के विकास और इंडस्ट्री कांक्लेव के सफल आयोजन के लिए सर्वप्रथम भगवान महाकाल को 625 क्विंटल लड्डू का भोग लगाकर आशीर्वाद लिया जाएगा। यह विशेष प्रसाद इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में शामिल उद्योगपतियों को भी दिया जाएगाए साथ ही उद्योगपति और प्रतिभागियों को विशेष किट दी जाएगी। जिसमें मध्य प्रदेश शासन की उद्योग फ्रेंडली नीतियों, भूमि बैंक, बुटीक, प्रिंट भगवान महाकाल का विशेष प्रसाद दिया जाएगा।