
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय माधव राव सिंधिया ( madhav rao scindia)के नाम पर मध्यप्रदेश में 6 बांध बनाए जाएंगे। इन बांधों का निर्माण राजस्थान सरकार और मध्यप्रदेश सरकार के बीच होने वाले अंतरराज्यीय रूश के माध्यम से किया जाएगा। जिसको लेकर दोनों ही राज्यों के मंत्रियों की बैठक के बाद अब मुख्यमंत्रियों की बैठक होने वाली है। इसके पहले प्रदेश के जल संसाधन मंत्री ने प्रदेश के अफसरों को इससे संबंधित होमवर्क पूरा करने के लिए निर्देशित किया है।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने अंतरराज्यीय ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक ली। कहा- ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट में मध्यप्रदेश के हितों का पूर्ण रूप से ध्यान रखा जाए। परियोजना से संबंधित एमओयू का प्रारूप एक सप्ताह में तैयार कर लिया जाए। बैठक में प्रमुख सचिव मनीष सिंह और प्रमुख अभियंता शिशिर कुशवाह उपस्थित रहे।
कूनो नदी पर बनेंगे माधव राव के नाम पर बांध
बैठक में बताया गया कि परियोजना के अंतर्गत कूनो नदी पर 564 मिलियन घन मीटर क्षमता के श्रीमंत माधवराव सिंधिया कॉम्प्लेक्स का निर्माण प्रस्तावित है। इसमें 6 बांध बनाए जाएंगे जिससे 204670 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी। इसमें 38 मिलियन घन मीटर जल पेयजल एवं उद्योगों के लिए आरक्षित होने से प्रदेश के शिवपुरी, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर एवं गुना जिले लाभांवित होंगे। इसको लेकर भाजपा की शिवराज सरकार के दौरान तीन साल पहले भी कवायद शुरू की गई थी। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अपने स्वर्गवासी पिता के नाम पर बनने वाले बांधों के माध्यम से क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं के विस्तार को लेकर पूर्व सीएम के साथ बैठकें कर चुके हैं।
पार्वती नदी पर भी बनेगा कुंभराज बांध काम्प्लेक्स
परियोजना अंतर्गत पार्वती नदी पर 18 मिलियन घन मीटर क्षमता के कुंभराज बांध कॉम्प्लेक्स का निर्माण होना है। इससे पेयजल के लिए 10 मिलियन घन मीटर जल आरक्षित किए जाने के साथ 54000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जाएगी। साथ ही काली सिंध नदी पर कुंडालिया बांध के अप स्ट्रीम में 179 मिलियन घन मीटर क्षमता का रणजीत सागर बांध का निर्माण किया जाना है। जिससे 53700 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जाएगी।
यहां बने 7 बांध दूर करेंगे मालवा का जल संकट
इसके अतिरिक्त काली सिंध उप बेसिन की लखुंदर सहायक नदी पर लखुंदर बैराज का निर्माण किया जाएगा। इसमें 330 मिलियन घन मीटर जल बैलेंसिंग रिजवायर के माध्यम से गांधी सागर बांध में अंतरण कर प्रतिस्थापन के आधार पर ऊपरी चंबल कछार में प्रस्तावित 7 बांधों सोनचिरी, रामवासा, बचौरा, पदुनिया, सेवरखेड़ी, चितावद एवं सीकरी सुलतानपुरा का निर्माण किया जाएगा। इससे जल अभाव ग्रस्त मालवा क्षेत्र की 1 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई एवं पेयजल की सुविधा प्राप्त होगी। इस परियोजना से उज्जैन, इंदौर एवं देवास जिले लाभांवित होंगे।
One Comment