रामानंद तिवारी
भोपाल।
भोपाल और इंदौर में तकरीबन आठ हजार करोड़ रूपए की लागत से रिंग रोड़ का निर्माण किया जाएगा। भोपाल-इंदौर में बायपास और रिंग रोड़ का निर्माण जल्द षुरू होगा। विभाग द्वारा उक्त तैयारिया षुरू की जा चुकी है। बायपास और रिंग रोड़ बनाए जाने वाली जगहों का भूमि अधिग्रहण भी षुरू किया जा चुका है। उक्त कार्य को पूर्ण किए जाने की समय-सीमा 2026 सुनिष्चित की जा चुकी है। निमार्ण करने वाली एजेंसी को रिंगरोड़ और बायपास का कार्य समय सीमा में पूर्ण करना होगा।
“ एनएचएआई और एमपीआरडीसी के पास होगी जिम्मेंदारी ”
भोपाल और इंदौर शहरों में बनाए जाने वाले रिंग रोड़ और बायपास को बनवाए जाने की जिम्मेदारी एनएचएआई और एमपीआरडीसी के पास होगी। बायपास बनवाए जाने की जिम्मेदारी नेशनल हाइवे अथारिटी ऑफ इंडिया और रिंग रोड़ का निर्माण करवाए जाने की जिम्मेंदारी मध्यप्रदेश रोड़ डवलपमेंट कार्पोरेशन 88 एमपीआरडीसी 88 की होगी।े
“ भूमि अधिग्ररहण का कार्य शुरू”
भोपाल और इंदौर में बायपास और रिंग रोड़ बनाए जाने के लिए विभाग ने भूमि अधिग्रहण काम शुरू कर दिया है। जिससे उक्त निर्माण कार्य को अमलीजामा पहनानें में किसी प्रकार की कोई रूकावट ना आए। रिंग रोड़ और बायपास को तैयार करने वाली सड़कों को नए सिरे से बनाया जाएगा। साथ ही रिंग रोड़ और बायपास ग्रीनफील्ड़ होंगे।
“ फोरलेन बाहरी और टू लेन स्थानीय वाहनों के लिए ”
भोपाल में बनाए जाने वाली बायपास और रिंग रोड़ सिक्स लेन होगी। जिसमें से जो फोरलेन का निर्माण किया जाएगा उस पर बाहरी वाहन निकल सकेंगे। वहीं स्थानीय वाहनों के निकलने के लिए टू लेन का उपयोग किया जाएगा। भोपाल से बनने वाला बायपास मंडीदीप से होता हुआ भोपाल देवास हाइवे पहुंचेगा।
यह पूरा बायपास तकरीबन 52 किलोमीटर का होगा। 52 किलोमीटर बायपास निर्माण में तकरीबन 1323 करोड़ रूपया खर्च होगा। राज्य सरकार निर्माण करने वाली एजेंसी को लगने वाली राशि में से 40 फीसदी एजेंसी को तत्काल देगी। इसके अलावा शेष राषि 15 साल में किस्तो में निर्माण एजेंसी को दी जाएगी।
“ इंदौर में पूर्वी-पष्चिमी हिस्सों में बनेगा बायपास ”
इंदौर में बनाए जाने वाले बायपास को दो हिस्सों में बांटा गया हैं। जिसमें पहला हिस्सा पष्चिमी बायपास और दूसरा हिस्सा पूर्वी बायपास होगा। पष्चिमी बायपास की लंबाई 64 किलोमीटर और पूर्वी भाग की लंबाई 70 किलोमीटर सुनिष्चित की गई है। दोनो हिस्सों के निर्माण करवाए जाने में कुल राषि सात हजार करोड़ से ज्यादा खर्च होगी।
“ निर्माण कार्य शुरू होगा नवंबर माह से ”
सड़कों के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। बायपास एवं रिंग रोड़ के निर्माण का कार्य वर्ष 2024 नवंबर माह से प्रारंभ होना है। उक्त निर्माण कार्य एक वर्ष की अवधि में पूर्ण किए जेेाने का समय सुनिष्चित किया गया है। इस बायपास को सभी नेशनल हाइवे में जोड़कर इसे इकोनोमिक कॉरीड़ोर के रूप में तैयार किया जाएगा।
“ स्थानीय लोगों को नहीं देना पड़ेगा टोल टैक्स ”
शहर के वाहन चालकों के लिए सर्विस लेन भी बनाई जाएंगी। इससे शहर के लोगों को इन सड़कों पर चलने के लिए टोल टैक्स नहीं देना होगा। जबकि बाहरी वाहनों के लिए मुख्य लेन में चलना होगा। जिसके जरिए वे नेशनल हाइवे अथवा स्टेट हाइवे पर पहुंच जाएंगे।
“ इनका कहना है ”
इंदौर बायपास और रिंग रोड बनाने के लिए भारत सरकार ने मंजूरी दे दी है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य किया जा रहा है। निश्चित समयावधि में निर्माण कार्य पूर्ण किए जाने का लक्ष्य है।
एस.के.सिंह , क्षेत्रीय अधिकारी,एनएचएआई म.प्र