भोपाल।
मध्यप्रदेश में रामराज्य का उदय हो गया हैं। नरेन्द्र मोदी की योजनाओं को जनता पसंद कर रही है, इसलिए देश भर में कमल का खिलना सुनिश्चित है। मध्यप्रदेश की बात की जाए तो प्रदेशाध्यक्ष विष्णु शर्मा और मुख्यमंत्री मोहन यादव की युवा जुगल जोड़ी भी प्रदेश के विकास को लेकर कदम ताल मिलाकर चल रही है और जनता का पूरा सहयोग मिल रहा है। इसलिए हम कह सकते है कि गुना संसदीय सीट हम इस बार लाखों मतों से जीतेंगे। चूंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया एक पॉवरफुल और जाना पहचाना चेहरा हैै गुना संसदीय क्षेत्र की जनता उनको बहुत सम्मान और स्नेह देती है। मोदी की योजनाओं का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर हुआ है, उसका लाभ भी भाजपा को मिल रहा है। महज गुना ही नहीं ग्वालियर चंबल की सीटों पर भी कमल खिलेगा। यह बात अशोक नगर के चुनाव प्रभारी,भोपाल के जिला संगठन प्रभारी एवं पूर्व ग्वालियर लोक सभा के संयोजक,गुना जिले के पूर्व संगठन प्रभारी और गुना लोकसभा के प्रभारी रहे पूर्व अध्यक्ष बीज विकास निगम कैबिनेट राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त महेंद्र सिंह यादव ने चर्चा में कही। चर्चा के अंश:-
आप पहले भी गुना संसदीय क्षेत्र के लोक सभा प्रभारी रहें जब केपी यादव चुनाव जीते थे और ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव हार गए थे ।
अरे भाई सिंधिया जी चुनाव नहीं हारे थे। कांग्रेस चुनाव हारी थी और मोदी चुनाव जीते थे। अब फिर मोदी चुनाव जीतेंगे और कांग्रेस चुनाव हारेगी।
आप गुना अशोक नगर में हैं यहां पर चुनाव परिणाम कैसा रहेगा और लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को यादव वोट कितना मिल सकता है। सुना है कि भीतरघात की संभावना प्रबल है।
देखिए भाजपा सुनी सुनाई बातों पर भरोसा नहीं करती हैे। भाजपा अपनी रणनीति के तहत् कार्य को अमलीजामा पहनाती है। गुना संसदीय क्षेत्र से हम लाखों मतों से विजय श्री हासिल करेंगे। चुनाव एक ऐसी प्रक्रिया है कि जहां अटकलों का बाजार गर्म रहता है और इन सब बातों से पार्टी का कोई सरोकार नही होता। हमें सभी वर्ग के लोगों का साथ मिल रहा है।
मेरे पास जानकारी है कि अशोक नगर की कुछ विधानसभा सीटों पर यादव वोट बैंक ज्यादा है और यादव और रघुवंशी समाज एक हो गया है। चूंकि केपी यादव को टिकट नहीं दिया गया इसलिए यादव वोटर खिलाफत के मुड़ में दिख रहा है। क्या इसेे साधने के लिए पार्टी ने आपको ग्वालियर के बजाय अशोक नगर भेजा है।
चुनाव में दस तरह की बातें होती रहती है। यादव और रधुवंशी समाज ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ है। जहां तक केपी यादव का सवाल है तो वे भी भाजपा के एक निष्ठावान कार्यकर्ता है उनका एक अस्तित्व है। उन्हें पार्टी ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, वे उसके निर्वहन में जुटे हुए है। चूंकि क्रिया की प्रतिक्रया एक सामान्य क्रिया है। यादव और रधुवंशी समाज के अलावा अन्य समाज के लोग भी प्रदेश में चलाई जा रही योजनाओं से खुश है और वे सब भाजपा के साथ है। इस दम पर हम कह सकते है कि चुनाव के परिणाम भाजपा के पक्ष में आएगा।
आप ग्वालियर के लोकसभा प्रभारी भी रहे वहां की स्थिति को लेकर आपकी क्या राय है। ग्वालियर में भी जातिगत समीकरण चलते है। इसे भाजपा कैसे मैनेज कर रही है, क्या कहीं कोई विरोध-अवरोध तो नहीं हो रहा। आपके हिसाब से परिणाम क्या आएंगे।
भाजपा के सभी वरिष्ठ एवं कनिष्ठ समर्पित कार्यकर्ता दिल से चुनाव जीतने की मुहिम में जुटा हुआ है। मुख्यमंत्री मोहन यादव भी ताबड़तोड़ चुनावी सभाएं कर रहे है उनकी कार्यशैली से भी जनता प्रभावित हुई है। जातिगत समीकरण सभी जगह पर होता है कहीं कम तोे कहीं ज्यादा पार्टी इसे सामान्य प्रक्रिया के तौर पर लेती है। कहीं कोई विरोध-अवरोध नहीं है। भाजपा प्रदेश में मिशन 29 को पाने में सफल होगी।
आप पूर्व में राज्य मंत्री रहे और भोपाल विधानसभा चुनाव के प्रभारी रहते हुए परिणाम भाजपा के पक्ष में पाने में सफल रहें इसके बाद ग्वालियर के लोक सभा प्रभारी और अब यादव वोट बैंक की सेंधमारी से भाजपा को बचाने का जिम्मा पार्टी ने आपकों सौपा है। क्या चुनाव के बाद आपकों पुनः राज्य मंत्री अथवा संगठन में कोई अहम् जिम्मेदारी से नवाजा जा सकता है।
भाजपा का कार्यकर्ता रणनीति के तहत् कार्य करता है। उसे जो निर्देश मिलता है वह उसमें जुट जाता है। भाजपा के पक्ष में पूर्व में परिणाम आए और आगे भी आऐंगे इसमें किसी व्यक्ति विशेष की वजह से नहीं बल्कि सभी कार्यकर्ताओं की वजह से भाजपा मुकाम हासिल करती है। भाजपा सुनिश्चित करती है कि किस व्यक्ति की क्षमता किस कार्य को करने की है उसे वह दायित्व सौप दिया जाता है। मुझें कभी किसी पद की लालसा नहीं रही में तो समर्पण भाव से सेवा में जुटा रहता हूॅ और आगे भी जुटा रहूंगा।
पिछले दो चरणों में चुनाव हो चुके है , वोट का प्रतिशत कम होने के बाद अब तीसरे चरण के चुनाव होने है। क्या वोट प्रतिशत आगे कम ना हो इसके लिए भाजपा ने कोई रणनीति तैयार की है।
भाजपा तो अपनी रणनीति पर पूर्व से ही कार्य कर रही है। जहां तक वोट प्रतिशत ना गिरे इसके लिए भाजपा का कार्यकर्ता अपनी योजनानुसार जुट गया है और जनता को जागरूक किया जा रहा है कि अपने मत का प्रयोग जरूर करें। भाजपा में जिसे जो जिम्मेदारी दी गई है, वह सभी अपने-अपने कार्य में जुटें हुए है।
इंदौर में कांग्रेस के प्रत्याशी ने नामांकन वापस लिया। क्या गुना के और कद्दावर नेताओें को चुनाव के पूर्व भाजपा शामिल कर सकती है।
मोदी की योजनाओं से जो भी भाजपा में आए उसका स्वागत है। भाजपा ने नए लोगों को पार्टी में शामिल किए जाने का जिम्मा तूफानी और कद्दावर नेता नरोत्तम मिश्रा को सौंपा है, उन्होंने लाखों लोगों को भाजपा में शामिल करवा कर इतिहास रच दिया है। आगे-आगे देखिए होता है क्या