बाघ और पेंगोलिन के अंगों की अवैध तस्करी के आरोपी ताशी शेरपा( tashi sherpa) को मध्य प्रदेश की राज्य टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एसटीएसएफ) और पूर्वी क्षेत्र के वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो ने साझा अभियान चलाकर, 24 जनवरी को बंगाल और नेपाल की सीमा पर स्थित दार्जिलिंग जिले से गिरफ्तार किया।
शेरपा 2015 से फरार था। उसके खिलाफ एसटीएसएफ मध्य प्रदेश ने 13 जुलाई, 2015 को मामला दर्ज किया था। इस मामले में पहले ही 29 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिन्हें नर्मदापुरम की अदालत ने पांच साल की सजा और सात लाख 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। आरोपी सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मुख्य क्षेत्र में बाघों और पेंगोलिनों का शिकार करके उनके अंगों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तस्करी करने के दोषी पाए गए थे।
शेरपा की गिरफ्तारी से मध्य प्रदेश सहित सम्पूर्ण भारत में बाघों के संरक्षण और सुरक्षा की दिशा में मजबूती मिलेगी। ताशी शेरपा को नर्मदापुरम की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। अन्य वन्यजीव अपराधों में उसकी संलिप्तता की जांच|