जल संसाधन ( water resources)विभाग मप्र हाईकोर्ट के अवमानना प्रकरणों से घिरा हुआ है। अकेले अनूपपुर के कार्यपालन यंत्री के विरुद्ध अवमानना के 26 प्रकरणों में से 22 में तो जवाबदावा पेश ही नहीं किया गया। वहीं रामकली रायकवार ने पूर्व एसीएस राधेश्याम जुलानिया के विरुद्ध अवमानना का प्रकरण क्रमांक 884/2016 में दायर किया था, जो अभी भी पेंडिंग बताया गया है। उधर, देवलोंद रीवा के कार्यपालन यंत्री द्वारा अवमानना प्रकरण में लापरवाही बरते जाने पर भी विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
जल संसाधन विभाग के पीएस मनीष सिंह द्वारा पिछले दिनों की गई अवमानना सहित अन्य प्रकरणों की समीक्षा में यह जानकारी सामने आई कि विभाग के विरुद्ध अवमानना के करीब 30 प्रकरण लंबित हैं। वहीं छतरपुर में संचालित अटल भू-जल योजना के लिए आवंटित 14 करोड़ रुपए की राशि का उपयोग अधीक्षण यंत्री द्वारा 31 दिसंबर 2023 तक नहीं किया गया और 9 करोड़ रुपए यथावत पडेÞ रहने पर पीएस ने अफसरों की खिंचाई की। बैठक में सागर के कार्यपालन यंत्री द्वारा भारत-ओमान रिफायनरी से जलकर के 4 करोड़ की वसूली नहीं करने पर कार्यपालन यंत्री को फटकार लगाई गई। साथ ही मुख्य अभियंता नर्मदा ताप्ती कछार द्वारा सिंचाई राजस्व वसूली में लापरवाही बरतने पर प्रमुख सचिव ने खिंचाई कर दी।
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